मानू, अंग्रेज़ी विभाग की स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी । इसके अंतर्गत अंग्रेजी भाषा और साहित्य में एम.ए. एम.फिल. और पी.एच.डी. कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । विभाग एम.ए. कार्यक्रम के माध्यम से अंग्रेजी में साहित्यिक और भाषाई योगदान करता है और एम.फिल. व पीएच.डी. कार्यक्रमों के माध्यम से ज्ञान के सृजन की आशा करता है। विभाग सांस्कृतिक अध्ययन एवं तुलनात्मक अध्ययन के माध्यम से भाषा के दृष्टिकोण एवं शोध कार्यक्रम भाषा प्रौद्योगिकी और साहित्य के अध्ययन में अपनी विभिन्नदर्शनग्रहण की जांच करने का प्रयास करना । विभाग अपने विद्यार्थियों को मानववादी रीति से प्रशिक्षित करता है और बौद्धिक सहिष्णुता पर बल देता है। यह अपने विद्यार्थियों को भाषिक और साहित्यिक रचनात्मकता का एक समृद्ध क्षेत्र उपलब्ध कराने का भरसक प्रयत्न करता है। यह राष्ट्रीय स्तर पर भाषा और साहित्य के अधिगम के उन्नत केंद्रों में से एक है। विभाग के प्राथमिक उद्देश्य अंग्रेजी और उर्दू में द्विभाषी शोधकार्यों पर बल देना है ताकि इसके ज़रिये भाषा और साहित्य से संबंधित एक समन्वीकृत अंतरानुशासनिक शोधकार्य अस्तित्व में आए और इस प्रकार अकादमिक जगत में निष्ठापूर्ण योगदान किया जा सके । विभाग को यह पुर्वानुमान है कि वह अंग्रेज़ी - उर्दू द्विभाषी अनुसंधान गतिविधियों का एक उन्नत परिष्कृत हब बनेगा ।
विभाग नियमित रूप से अंग्रेज़ी भाषा एवं साहित्य विषयों पर राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन करता है । सम्मेलनों का आयोजन मुख्य रूप से मार्च के महीने में किया जाता है।
विभाग एक अंतरराष्ट्रीय समकक्ष समीक्षा की पत्रिका प्रत्येक छमाही में प्रकाशित करता है जिसका नाम मौलानाआज़ादजर्नलऑफदइंग्लिशलेंगुएज़एण्डलिटरेचर (एमएजेईएलएल) है । यह पत्रिका मार्च एवं सितंबर के महीने में प्रकाशित होती है। पत्रिका का मुख्य उद्देश्य संस्कृतियों के मध्य तालमेल का सृजन करना, साहित्यिक ज्ञान का विस्तार , और अभिव्यक्ति की भाषाई संभावनाओं को तैयार करना।
विभाग एम.फिल एवं पीएच.डी कार्यक्रमों में नवोन्मेषी और अंतरानुशासनिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करती है, हालांकि विभाग अपने छात्रों को प्रतिष्ठित क्षेत्रों में जैसे अंग्रेज़ी भाषा का इतिहास, अंग्रेज़ी भाषा शिक्षण, भारत में अंग्रेज़ी भाषा का अध्यापन, अंग्रेज़ी स्वर विज्ञान (फोनेटिक्स) , शैलीगत (स्टाइलिस्टिक) , अंग्रेजी साहित्य का इतिहास, ब्रिटिश साहित्य, अमेरिकन साहित्य, राष्ट्रमंडल साहित्य, उर्दू-अंग्रेज़ी साहित्य, उर्दू-अंग्रेजी अनुवाद अध्ययन, मुस्लिम साहित्य, भारतीय लेखन में अंग्रेज़ी एवं साहित्यिक सिद्धांत और आलोचना ।
विभाग ने लगभग ऊपर दिए गए सभी प्राथमिकता के क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य करवाया हैं। विभाग ने एम.फिल स्तर पर पहला शोध कार्य का निर्माण कर यूनिवर्सिटी को गौरव को बढ़ाया । वर्ष 2006 में एम.फिल में पंजीकृत श्री. शेख मो.शफीउल्लाह को विभाग द्वारा वर्ष 2008 में एम.फिल की डिग्री से सम्मानित किया गया। श्री.वज़ाहिद हुसैन को वर्ष 2012 में पीएच.डी की उपाधि से सम्मानित किया गया। ये विभाग में पहले और यूनिवर्सिटी में तीसरे शोधार्थी है जिन्होने
डॉक्टर की उपाधि अर्जित की। इन्होने एन एनेलिटिक स्टेडी ऑफ जनरल इंग्लिश सिलेबस प्रिसक्राइब्ड एट द फस्ट इयर डिग्री लेवल इन द एफिलिएटेड कॉलेज़स ऑफ जम्मू, एंड ए प्रोपोस्ड आल्टरनेटिव सिलेबस पर शोध-कार्य किया।
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